अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) 70 वर्ष की उम्र में पद छोड़ने की योजना बना रहे हैं। अडानी का कहना है कि वह 2030 के दशक की शुरुआत में अपने बेटों को समूह का कंट्रोल ट्रांसफर कर देंगे। बता दें कि वर्तमान में गौतम अडानी की उम्र 62 वर्ष है। इस लिहाज से वह अगले 8 साल तक कारोबार में सक्रिय रहेंगे।
क्या है समूह का प्लान
ब्लूमबर्ग न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में गौतम अडानी ने कहा कि कारोबारी स्थिरता के लिए उत्तराधिकार बहुत अहम है। रिपोर्ट के मुताबिक अडानी के अरबों डॉलर के साम्राज्य के उत्तराधिकारी के तौर पर बेटे- करण (37) और जीत (26) के अलावा भतीजे प्रणव (45) और सागर (30) को फैमिली ट्रस्ट के माध्यम से नामित किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक गोपनीय समझौता अडानी ग्रुप की फर्मों में हिस्सेदारी को उत्तराधिकारियों को हस्तांतरित करने का निर्देश देगा।
अडानी परिवार में किसे जिम्मेदारी
बता दें कि करण, गौतम अडानी के बड़े बेटे हैं और वर्तमान में सीमेंट, पोर्ट और लॉजिस्टिक्स जैसे कारोबार की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वहीं, गौतम अडानी के छोटे बेटे जीत अडानी, एयरपोर्ट बिजनेस को देख रहे हैं। प्रणव अडानी की बात करें तो वह साल 1999 में समूह में शामिल हुए और एफएमसीजी, गैस डिस्ट्रिब्यूशन, मीडिया और रियल एस्टेट सहित इसके अधिकांश उपभोक्ता व्यवसायों की देखरेख करते हैं। प्रणव समूह की सबसे हाई-प्रोफाइल परियोजनाओं में से एक एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती, धारावी के पुनर्विकास का काम भी देख रहे हैं। इसके अलावा सागर अडानी अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक करने के बाद 2015 में अडानी समूह में शामिल हुए। वह अडानी ग्रीन एनर्जी के सभी रणनीतिक और वित्तीय मामलों की देखरेख करते हैं।
NEWS SOURCE Credit :livehindustan