देहरादूनः योग गुरु बाबा रामदेव ने बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों, घरों तथा वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों पर किए जा रहे हमलों की निंदा की और केंद्र सरकार से पड़ोसी देश में हिंदु अल्पसंख्यकों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयास करने को कहा। उन्होंने केंद्र सरकार से भारत में अशांति और अस्थिरता फैलाने की नीयत से सोशल मीडिया मंचों पर वीडियो प्रसारित करने वालों से भी सख्ती से निपटने को भी कहा।
स्वामी रामदेव का यह बयान बांग्लादेश में विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को लेकर शुरू हुए विरोध के बीच शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद और देश छोड़ने के एक दिन बाद आया है। हसीना के पद छोड़ने के बाद भी पड़ोसी देश में हिंसा जारी है। रामदेव ने कहा, “मैं बांग्लादेश में पिछले दो दिनों से हिंदुओं के मंदिरों, घरों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को लक्ष्य बनाकर किए जा रहे हमलों की निंदा करता हूं। आने वाले दिनों में ये और बढ़ सकते हैं। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों को कोई नुकसान न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए भारत को राजनीतिक और कूटनीतिक रूप से वह सब कुछ करना होगा, जो भी वह कर सकता है।” उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा चरम पर है। जमात ए इस्लामी और सभी कट्टरपंथी ताकतें अपनी क्रूरता दिखा रही हैं। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। यह सहन नहीं किया जाएगा।” वहीं स्वामी रामदेव ने केंद्र सरकार और विपक्षी दलों से इस घड़ी में बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के समर्थन में एकजुट रहने की अपील भी की, जिससे उनके परिवारों और महिलाओं पर हमला करने की किसी की हिम्मत न हो।
योगगुरू ने यह भी कहा कि वह भारत में सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने वाले लोगों की बदनीयत देख सकते हैं, जो यहां बांग्लादेश जैसे हालात और अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “केंद्र को इनसे सख्ती से निपटना होगा। दुनिया को हिंदुओं की ताकत दिखाने के लिए भारत में हमें एकजुट रहना होगा।”
NEWS SOURCE Credit : punjabkesari