हापुड़ : रिश्वतखोरी के मामले में शासन ने नगर पालिका के आरोपी जलकल विभाग के अवर अभियंता कुंवरपाल को निलंबित कर दिया है। सात सितंबर को विजिलेंस की टीम ने नगर पालिका स्थित आवास से जेई को 2.30 लाख रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ा था। तभी से आरोपी जेल में भी बंद है।नगर पालिका के नलकूप संचालन के बिलों का सत्यापन करने के नाम पर आरोपी जेई को सात सितंबर को रिश्वत के साथ पकड़ा गया था। बिलों के सत्यापन के नाम पर जेई द्वारा ठेकेदार का उत्पीड़न कर रिश्वत मांगी जा रही थी। इस मामले में ठेकेदार ने उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) मेरठ की टीम से शिकायत की थी। सात सितंबर को विजिलेंस की टीम ने एसपी इंदू सिद्धार्थ के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए कुंवरपाल को दबोचा था। मुकदमा दर्ज होने के बाद नगर पालिका के ईओ मनोज कुमार ने शासन को पूरे मामले की लिखित में जानकारी दी। हालांकि, कुछ लोग जेई को बचाने में जुट गए थे, लेकिन विजिलेंस के पत्र भेजने के बाद शासन ने मामले में कार्रवाई की है।
यह था पूरा मामला —
चौधरी सिक्योरिटी सर्विस एंड प्लेसमेंट के संचालक ने मामले में दो सितंबर को शिकायत की थी। ठेकेदार का आरोप था कि जुलाई माह के बिलों का 18. 55 लाख का भुगतान 16 अगस्त को हुआ था। इसके बाद 21 और 30 अगस्त को जेई कुंवर पाल ने उसे नगर पालिका स्थित आवास पर बुलाया था। जहां उसे जुलाई के बिलों से प्राप्त धनराशि में से कमीशन के 2.30 लाख रुपये की मांग की थी। आरोप था कि मना करने पर जेई ने अगस्त के बिलों को सत्यापित न करने, फर्म के खिलाफ कार्रवाई कर ठेके को निरस्त करने और भविष्य में कोई ठेका न देने की धमकी भी दी थी।
पुराने मामले की जांच में भी जुटा शासन —
नगर पालिका के नलकूप संचालन, एफएसटीपी संचालन आदि टेंडरों को नियम विरुद्ध छोड़ने के प्रयास के मामले में इसी साल फरवरी में शिकायत हुई थी। शिकायतों की जांच के बाद अपर आयुक्त, एडीएम और वरिष्ठ कोषाधिकारी ने भी जेई को दोषी मानते हुए शासन को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा था। पालिका सूत्रों के अनुसार, अब शासन ने उक्त प्रकरण में भी जांच को अंतिम चरण में शुरू करते हुए कार्रवाई तेज कर दी है।
यह कहते हैं अधिकारी
जेई कुंवरपाल को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। मामले में शासन को अवगत कराया गया था। अब शासन ने कार्रवाई करते हुए जेई को निलंबित कर दिया है।
– मनोज कुमार, ईओ व डिप्टी कलक्टर