हापुड़: जिले में बुखार से लोगों का हाल बेहाल है। जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड फुल हैं। गांवों के हालात और खराब हैं। क्षेत्र के गांव हरसिंहपुर में बुखार से तीन दिन में दो बच्चों की मौत हो चुकी है। जबकि लगभग हर घर में बुखार के मरीज हैं। जबकि गरीब लोग इलाज के लिए झोलाछाप के ही भरोसे हैं। ऐसी स्थिति में गांव के लोग और किसी अनहोनी की दहशत में हैं। जिले में एक महीने पहले वायरल का प्रकोप शुरू हुआ था, करीब 15 दिन पीक पर रहने के बाद इसका असर कुछ कम हुआ था। लेकिन अब डेंगू अधिक फैल रहा है, सरकारी आंकड़ों में भले ही डेंगू की पुष्टि न हुई हो, लेकिन निजी लैब में खूब पुष्टि हो रही है।
गांव हरसिंहपुर पहुंची अमर उजाला टीम ने पड़ताल की तो स्थिति काफी भयावह निकली। तीन दिन पहले गांव निवासी संदीप के छह वर्षीय पुत्र विकास ने दम तोड़ दिया। मां धर्मवती बुखार के कारण मेरठ के अस्पताल में भर्ती है। जबकि बेटी नंदनी भी बुखार से पीड़ित है। इसके अलावा सुनील के ढाई माह के पुत्र रुद्रांश की शनिवार को मौत हो गई। वह हापुड़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती था। गांव में हुई दो मौतों से गांव में दहशत का माहौल है। परिजनों के अनुसार दोनों की मौत बुखार के कारण ही हुई है।
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