केरल के वायनाड जिले में मंगलवार सुबह भारी बारिश के बीच मैप्पडी के पास पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन होने से एक बड़ा हादसा हो गया है। इस हादसे में करीब 43 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ और सेना सहित कई एजेंसियों को तैनात किया गया है। इस हादसे पर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने गहरा दुख जताया है। साथ ही उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार से मदद की अपील की है।
पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाः मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ”केरल राज्य के वायनाड में जबरदस्त बारिश के फलस्वरूप भूस्खलन आदि के कारण हुई जान-माल की भारी हानि अति-दुखद। सभी पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना तथा केन्द्र व राज्य सरकार से उन्हें हर प्रकार की मदद तत्काल उपलब्ध कराने की अपील। पड़ोसी राज्य भी अगर मदद को आगे आएं तो बेहतर।”
मदद की गुहार लगा रहे लोग
बता दें कि केरल के वायनाड जिले की ऊंचाई पर स्थित बस्तियों में मंगलवार को तड़के भूस्खलन से तबाह हुए मकानों और मलबे के ढेर के नीचे फंसे होने के बाद लोग लगातार फोन कर मदद की गुहार लगाते रहे। टेलीविजन चैनलों ने कई लोगों की फोन पर बातचीत प्रसारित की जिसमें वे रो रहे थे तथा खुद को बचाने का अनुरोध कर रहे थे क्योंकि वे या तो अपने घरों में फंस गए या पुलों के बह जाने तथा सड़कों के जलमग्न होने के कारण उनके पास वहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। जानकारी के मुताबिक, भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं। भारतीय सेना ने कहा कि उन्होंने चिकित्सा टीमों सहित 225 कर्मियों को तैनात किया है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर, एक एमआई-17 और एक एएलएच (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर) को भी सेवा में लगाया गया है।
NEWS SOURCE Credit : punjabkesari