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Home » देश » शासन-प्रशासन पर लगाए ये आरोप, ‘बिहार में सेमीकंडक्टर की कंपनी खोलना जीवन का सबसे बुरा फैसला…’ कंपनी के CEO का पोस्ट वायरल

शासन-प्रशासन पर लगाए ये आरोप, ‘बिहार में सेमीकंडक्टर की कंपनी खोलना जीवन का सबसे बुरा फैसला…’ कंपनी के CEO का पोस्ट वायरल

Chandan Raj: बिहार (Bihar) में स्टार्टअप शुरू करना और उसे चलाना बहुत मुश्किल है? बिहार में सेमीकंडक्टर (Semiconductor) की कंपनी खोलना जीवन का सबसे बुरा फैसला था। ये बोल सेमीकंडक्टर कंपनी सुरेश चिप्स एंड सेमीकंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड (SURESH CHIPS & SEMICONDUCTOR PRIVATE LIMITED) के सीईओ चंदन राज के है। शासन-प्रशासन की उदासीनता से नाराज होकर चंदन राज ने सोशल मीडिया एक्स पर ये पोस्ट किया। हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया।

दरअसल चंदन राज ने बिहार की पहली सेमीकंडक्टर कंपनी सुरेश चिप्स एंड सेमीकंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड शुरू की थी। वह इस कंपनी के फाउंडर और सीईओ हैं। वह अपनी पोस्ट में बताते हैं जहां उनकी कंपनी है, उस जगह बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है। न सड़क है और न स्ट्रीट लाइट। साथ ही वहां और भी कई समस्याएं हैं। इस कारण उन्होंने कई क्लाइंट खो दिए क्योंकि उन क्लाइंट ने इन समस्याओं के चलते उनकी कंपनी के साथ काम करने से इनकार कर दिया था।

क्या लिखा है पोस्ट में
चंदन का जहां ऑफिस है, वह रास्ता काफी खराब है। उनकी पोस्ट पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वह काफी लोगों को जवाब भी दे रहे हैं। चंदन ने बिहार को ‘निराशा की भूमि’ बताया है। उन्होंने लिखा कि सेमीकंडक्टर/वीएलएसआई कंपनी के रूप में यहां जिंदा रहने के लिए बहुत सारी समस्याएं और संघर्ष हैं।उन्होंने लिखा है कि वे पिछले चार साल से सड़क और बुनियादी ढांचे का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन किसी से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने लिखा है, ‘मुझे लगता है कि बिहार सरकार सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को नहीं समझती है।

हर जगह लगाई गुहार
एक यूजर के कमेंट पर जवाब देते हुए चंदन राज ने उस ईमेल का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जो उन्होंने बुनियादी सुविधाओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को लिखा था। जिसमें लिखा है, ‘उनके इलाके में सड़कें नहीं हैं। पंचायत से जुड़े अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। मैंने सड़क पर मिट्टी भरवा दी थी, लेकिन बारिश में मिट्टी भी बह गई। रिपोर्ट की मानें तो अपनी समस्या को लेकर चंदन लगभग हर सरकारी दफ्तर तक पहुंचे। नेताओं के चक्कर लगाए, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों है। उन्होंने लिखा कि काम के बदले उनसे पैसा मांगा जाता है। उन्होंने लिखा कि बिहार में कारोबार करना मुश्किल होता दिखाई दे रहा है।

NEWS SOURCE Credit : lalluram

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